International Olympic Day 2025 : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस हर साल 23 जून को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य खेलों की महत्ता, खिलाड़ियों की मेहनत और ओलंपिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोगों को खेलों के प्रति प्रेरित करना और उन्हें समझाना कि खेलों में भाग लेना ही सबसे बड़ी जीत है। खेलने से फिटनेस, अनुशासन और टीम भावना का विकास होता है। किसी भी उम्र के लोगों को खेल के लिए प्रोत्सिहित किया जा सकता है। खासकर युवाओं और बच्चों के भीतर खेल की भावना जगाई जा सकती है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस का इतिहास
पहला ओलंपिक दिवस 23 जून 1948 को मनाया गया था। उस समय के आई ओ सी के अध्यक्ष सिगफ्रीड एडस्ट्रॉम ने दुनिया के युवाओं को संदेश दिया। इसके बाद पुर्तगाल, ग्रीस, ऑस्ट्रिया, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ग्रेट ब्रिटेन, उरुग्वे, वेनेजुएला और बेल्जियम ने अपने-अपने देशों में ओलंपिक दिवस का आयोजन किया। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और खेल संस्थाओं में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को जागरूक किया जाता है। दुनियाभर में इस दिन मैराथन, साइकिलिंग, खेल प्रतियोगिताएं, वर्कशॉप और प्रेरणादायक सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस 2025 की थीम
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर कोई विशेष थीम की घोषणा की जाती है। यह थीम खेल भावना से प्रेरित होती है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस 2025 की थीम ‘‘खेल के मैदान को समतल करना “सामाजिक समावेश के लिए खेल” है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस का महत्व
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस खेल भावना को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और एकता और मैत्री को बढ़ावा देना है। खेलों के माध्यम से हम एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस हमें खेलों के प्रति समर्पण, सम्मान और समानता की भावना को अपनाने की प्रेरणा देता है। खेल स्वस्थ जीवनशैली और वैश्विक भाईचारे का प्रतीक भी है। खेल सिर्फ जीतने का माध्यम नहीं हैं, बल्कि जीवन मूल्यों को अपनाने और सामाजिक समरसता को बढ़ाने का भी जरिया हैं।