अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जब कमांडर इनचीफके तौर पर पहली बार वॉर जोन में गए तो जिस एयरबेस ने उनकी मेज़बानी की, उसे 8 जनवरी 2020 को ईरान ने क़रीब दो दर्जन बैलिस्टिक मिसाइलों से निशाना बनाया और कहा कि ये हमले कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए. ईरान का कहना है कि उनकी ओर से छोड़ी गई इन मिसाइलों से 80 अमेरिकी मारे गए हैं ईरान ने अपनी इन दोनों मिसाइलों से पश्चिमी इराक में एइन अल-असद और इराकी कुर्दिस्तान में एरबिल के आसपास बने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दो बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। इन दोनों मिसाइलों से अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया। ईरान द्वारा इराक में दो अमेरिकी बेस पर मिसाइल हमले के बाद क्षेत्र में स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गया है। अमेरिका ने कहा है कि वह इस हमले पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। इस बीच राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ट्वीट कर कहा है कि सबकुछ ठीक है। ईरान ने इराक के अनबर प्रांत में स्थित ऐन अल-असद बेस और इरबिल में एक ग्रीन जोन (अमेरिकी सैन्य ठिकानों) पर 22 बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। Erbil के नजदीक मौजूद Air Base भी America के लिए स्ट्रैटजिक रूप से महत्वपूर्ण है, अक्टूबर 2019 में अमेरिका की Delta Force commandos ने Syria में उस Operation को शुरू किया, जिसके अंत में आईसिस सरगना अबू बक्र अल बगदादी मारा गया. आठ अमेरिकी चिनुक हेलिकॉप्टरों ने इस बेस से कम ऊंचाई पर तेजी से उड़ान भरी ताकि मिशन के दौरान किसी भी रडार पर ना सकें. और कार्रवाई को डोनाल्ड ट्रंप, डिफेंस सेक्रेटरी मार्क टी. एस्पर, उप राष्ट्रपति माइक पेंस और ज्वॉइंट चीफ ऑफ स्टॉफ जनरल मार्क ए मिले ने व्हाइट हाउस के लिए सिचुएशन रूम में बैठकर इस कार्रवाई को लाइव देखा था, जिसका प्रसारण सर्विलांस एयरक्राफ्ट के जरिए सीधे व्हाइट हाउस में हुआ था. बगदादी ने एक सुसाइड वेस्ट पहना हुआ था और अमेरिकी सैनिकों की गिरफ्त में आने से पहले अपने तीन बच्चों सहित खुद को उड़ा लिया. बगदादी की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने कहा था कि बगदादी एक कुत्ते की मौत मरा... एक कायर की तरह मरा... अक्टूबर में बगदादी मारा गया और नवंबर में माइक पेंस ने इरबिल स्थित मिलिट्री बेस कैंप का दौरा किया.इन घटनाओ से यह समझ में आता है की यह दो मिलिट्री बेस अमेरिका के लिए कितने महत्वपूर्ण थे जिन्हे ईरान ने निशाना बनाया ।