Ballia Nagar vidhan sabha chunav 2022: इस बार उत्तर प्रदेश के चुनाव में प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट बलिया नगर पर सभी पार्टियों की नजरें टिकी हुई है। दरअसल, यह सीट बहुत ही खास रही है क्योंकि यहां पर प्रसिद्ध महर्षि भृगु बाबा का मंदिर है। यह जिला मंगल पांडेय और आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की जन्मस्थली है। इस जिले के बारे में कहा जाता है कि यह स्वतंत्रता आंदोलन के पहले आजाद हो गया था। इस सीट पर सपा और बसपा का दबदबा रहा है। बलिया नगर विधानसभा सीट पर 3 मार्च को वोटिंग हुई थी।
बलिया नगर में 2007 में बसपा, 2012 में सपा और 2017 में भाजपा के विधायक चुने गए।
Candidate's Name |
Party |
Level |
Votes |
Vote Rate % |
Margin |
Anand |
BJP |
Winner |
92,889 |
49.96% |
40,011 |
Laxman |
SP |
Runner Up |
52,878 |
28.44% |
|
Narad |
BSP |
3rd |
31,515 |
16.95% |
|
None Of The Above |
NOTA |
4th |
1,716 |
0.92% |
|
Ramji |
IND |
5th |
1,432 |
0.77% |
|
Arvind Kumar Gond |
GGP |
6th |
1,047 |
0.56% |
|
Shailesh |
CPM |
7th |
878 |
0.47% |
|
Mithilesh Kumar Pandey |
RLD |
8th |
779 |
0.42% |
|
Dr Syed Shuaibul Islam |
IND |
9th |
746 |
0.40% |
|
Sunil |
IND |
10th |
468 |
0.25% |
|
Radha Krishn |
IND |
11th |
429 |
0.23% |
|
Surendra Prasad |
IND |
12th |
378 |
0.20% |
|
Sunita Devi |
BMUP |
13th |
319 |
0.17% |
|
Lachhuman |
NAP |
14th |
240 |
0.13% |
|
Madan Lal Verma |
JANADIP |
15th |
228 |
0.12% |
इस साल सीट बलिया नगर पर बीजेपी ने दयाशंकर सिंह को उतारा है जबकि उनकी पत्नी स्वाति सिंह योगी सरकार में मंत्री हैं। तो सपा ने नारद राय को मैदान में उतारा है। जबकि बसपा ने शिवदास प्रसाद वर्मा और कांग्रेस ने ओम प्रकाश तिवारी को उतारा है। वहीं इस सीट पर भी सबकी नजरे टिकी हुई है जिसका कारण यह है कि दयाशंकर सिंह भाजपा के कद्दावर नेताओं में से एक है। बता दे कि 2017 में इस सीट पर बीजेपी नेता आनद ने इस सीट पर बड़ी जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार उनकी जगह पार्टी ने दयाशंकर सिंह को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि सरकार ने क्षेत्र में काम तो किया लेकिन उस स्तर पर काम नही हो सका, जिस स्तर पर होना चाहिए था। हालांकि महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर लोगों ने सरकार की तारीफ की है।
लेकिन स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे काम को लेकर अभी काफी सुधार और काम होना बाकी है। जबकि महिलाओं का कहना है कि सरकार को महिला रोजगार के मुद्दे को लेकर काम करने की जरूरत है।