Second Sawan Somwar 2025 : सावन माह भगवान शिव की भक्ति के लिए सबसे उत्तम महीना माना जाता है। इस महीने भगवान शिव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि विधि-विधान से माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सावन में कई सारे तीज त्योहार मनाए जाते हैं सावन में पड़ने वाले सोमवार का भी बहुत महत्व होता है। सोमवार के दिन व्रत रखकर महादेव की पूजा-अर्चना की जाती है। अविवाहित लड़कियां अपने मनचाहे वर के लिए इस दिन व्रत रखकर भगवान की पूजा कर सकते हैं। भगवान शिव को सावन का महीना बहुत प्रिय है। भगवान के भक्तों के लिए यह महीना बहुत खास होता है।आइए जानते हैं तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
सावन के दूसरे सोमवार की तिथि और शुभ मुहूर्त
- सावन के दूसरे सोमवार 21 जुलाई को है।
- ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 14 मिनट से सुबह 04 बजकर 55 मिनट तक।
- प्रातः संध्या- प्रातः 04 बजकर 35 मिनट से सुबह 05 बजकर 36 मिनट तक।
- सर्वार्थ सिद्धि योग- पूरा दिन
- जलाभिषेक शुभ मुहूर्त- सुबह 4 बजकर 14 मिनट से सुबह 4 बजकर 55 मिनट तक।
- सावन के दूसरे सोमवार का जलाभिषेक करने के लिए यह सबसे उत्तम मुहूर्त है।
सावन के दूसरे सोमवार की पूजा विधि
- सावन के दूसरे सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें।
- स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- व्रत कर संकल्प लें।
- मंदिर की सफाई करें।
- इसके बाद महादेव और माता पार्वती की पूजा करें।
- शिवलिंग पर अभिषेक करें।
- जल, दूध, दही, शहद और गंगाजल को शिवलिंग पर अर्पित करें।
- बेलपत्र, फूल, धूप-दीप शिवलिंग पर अर्पित करें
- शिव जी के मंत्रों का जाप करें।
- भगवान शिव की आरती करें।
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट, लोक मान्यताओं और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।