Devshayani Ekadashi 2024 Date: 4 महीने विश्राम करेंगे भगवान विष्णु, जानें तिथि, पारण का समय, भगवान विष्णु का अभिषेक और महत्व

13 Jul, 2024
Pinterest Devshayani Ekadashi 2024 Date: 4 महीने विश्राम करेंगे भगवान विष्णु, जानें तिथि, पारण का समय, भगवान विष्णु का अभिषेक और महत्व

Devshayani Ekadashi 2024 Date: आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी होती है। एकादशी का बहुत महत्व होता है। यह भगवान विष्णु को समर्पित होती है। सभी एकादशी में देवशयनी एकादशी बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस दिन श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी से 4 माह तक योग निद्रा में चले जाते हैं। इस चार माह की अवधि में कोई भी शुभ कार्य या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। आइए जानते हैं देवशयनी एकादशी की तिथि, पारण समय, भगवान विष्णु का अभिषेक और महत्व।

देवशयनी एकादशी 2024 की तिथि

  • आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी होती है।
  • एकादशी तिथि का शुरुआत - 16 जुलाई 2024 रात 8 बजकर 33 मिनट से 
  • एकादशी तिथि का समापन - 17 जुलाई रात 9 बजकर 2 मिनट पर
  • देवशयनी एकादशी का व्रत 17 जुलाई 2024 को बुधवार के दिन रखा जाएगा। 

देवशयनी एकादशी 2024 व्रत पारण समय

  • देवशयनी एकादशी का व्रत 17 जुलाई 2024 को रखा जाएगा।
  • देवशयनी एकादशी का पारण 18 जुलाई को किया जाएगा।
  • पारण का समय -  सुबह 5 बजकर 35 मिनट से सुबह 8 बजकर 20 मिनट के बीच होगा। 

ऐसे करें भगवान विष्णु का अभिषेक

  • देवशयनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें।
  • सबसे पहले स्नान करें। 
  • घर और मंदिर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करें। 
  • भगवान विष्णु की प्रतिमा को एक पीतल की थाल में स्थापित करें। 
  • भगवान का पंचामृत से अभिषेक करें। 
  • इसके बाद गंगाजल से अभिषेक करें।
  • भगवान को पुष्प अर्पित करें। 
  • इसके बाद भोग लगाएं। 
  • इसके बाद धूप और दीप से भाव के साथ आरती करें।

देवशयनी एकादशी का महत्व 

देवशयनी एकादशी को हरिशयनी, पद्मनाभा और योगनिद्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन से भगवान विष्णु के चार महीने के योगनिद्रा में जाने का प्रतीक है। जिसे चातुर्मास कहा जाता है। इस अवधि में सभी शुभ कार्य, जैसे विवाह और गृह प्रवेश, वर्जित होते हैं। देवशयनी एकादशी का व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। श्रीहरि की पूजा से जीवन में शांति और समृद्धि मिलती है।

Related videos

यह भी पढ़ें

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.Accept
BACK