World Music Day 2025 : संगीत दिवस 21 जून को मनाया जाता है। संगीत दुनियाभर की संस्कृति को एक-दूसरे से जोड़ता है। संगीत न केवल मनोरंजन बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने का आसान, सस्ता और प्रभावी तरीका है। संगीत केवल कानों के लिए नहीं, बल्कि दिमाग और दिल की दवा है। जब दिल परेशान और उदास होता है तब आप संगीत सुन सकते हैं। संगीत सुनने से मानसिक स्वास्थ्य ठीक होता है आप भी मानसिक शांति के लिए संगीत सुनें।
तनाव
संगीत सुनने से तनाव कम होता है। जब भी आपको तनाव होता तो आप धीमा, सॉफ्ट या शास्त्रीय संगीत सुन सकते हैं इससे दिमाग शांत होता है और तनाव धीरे-धीरे कम होने लगता है।
सामाजिक जुड़ाव और आत्मविश्वास
संगीत सामाजिक जुड़ाव को बढ़ाता है। संगीत के माध्यम से ऐसे लोग भी आपस में जुड़ सकते हैं जो एक-दूसरे को न तो जानते हैं न ही समझते हैं। वहीं ग्रुप में संगीत साझा करना करना भी एक-दूसरे को जोड़ता है। संगीत से आत्मविश्वास बढ़ता है।
मूड बेहतर
यदि आपका मूड खराब है तो बाप मूड को बेहतर करने के लिए संगीत का सहारा ले सकते हैं। आप अपना पसंदीदा संगीत सुनें। संगीत भावनात्मक रूप से मजबूती देता है।
मेडिटेशन और शांति
प्राकृतिक ध्वनियों वाला संगीत या ध्यान में जानें वाले संगीत को सुनकर मेडिटेशन कर सकते हैं। इससे आपको शांति मिलेगी और सभी चिंताओं का नाश होगा।
नींद में सुधार
संगीत सुनने से अच्छी नींद आती है। धीमा और सुकूनदायक संगीत तनाव को दूर करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। धीमा संगीत सुनना नींद को गहरा करता है।
याददाश्त और एकाग्रता
संगीत सुनने से याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है। संगीत छात्रों के लिए भी उपयोगी है वहीं पेशेवर लोगों के लिए भी संगीत ध्यान और फोकस बढ़ाता है। बैकग्राउंड में हल्का इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक पढ़ाई में मदद करता है।
भावनात्मक संतुलन
संगीत भावनात्मक संतुलन बनाएं रखता है और जज्बातों को समझने और संभालने में मदद करता है। यदि काई दुखी होता है तो एक सही गाना उसे राहत पहुंचाता है वहीं कोई खुश होता है तो वह ऐसा गाना सुनता है जिससे उसकी खुशी बढ़ जाती है।